बेलवा पंचायत बारसोई नगर के एक कौने में बसा सुंदर और खुशहाल पंचायत। यहां के अक्सर लोगों का रोजी रोटी कपड़ा मकान सभी चीजों का आभाव हैं। सही से बच्चे तालीम हासिल नहीं कर पाते हैं। बच्चे जब थोड़ा सियाना हो जाता हैं, मां बाप उसे दो पैसा कमाने के लिए बाहर भेज देता हैं। इसका प्रभाव पंचायत के क्षेत्र में काफी परा हैं। जिसका भरपूर फायदा कुछ बुद्धिजीवी लोगों ने उठाया हैं। और आगे भी ऐसा ही चलता रहा तो हमें लगता हैं। बेलवा पंचायत भ्रष्टाचारियो का केंद्र बन जायेगा।

सबसे ज्यादा फायदा ग्राम से कुछ नेताओं ने उठाया हैं। पहले दिखावे के लिए गरीबों का हमसफर बना। फिर चुनाव लडा.. चुनाव के दरमिया पानी के तरह पंचायत में पैसा बांटा। पता नही किस्मत साथ देता हैं या फिर पैसा, खैर जैसा भी हो चुनाव जीत जाता हैं। बाद में वही हमसफर जल्लाद का रूप धारण कर लेते हैं। और नाग बनकर पंचायत के लोगों को डसना चालू कर देता हैं। जिसका उधारण हमें बेलवा पंचायत में कुछ हफ्ते पहले देखने को मिले थे। इंद्रा आवास योजना जो मनरेगा योजना के अंर्तगत आते हैं। यह योजना लाभदर्थी के लिए बिल्कुल निःशुल्क होता हैं। इस योजना के पहले लाभदार्थी को कोई पैसा नहीं लगता। लेकिन नेताओं की चालाकी तो देखिए इंद्र आवास के नाम पर लोगों से हजारों रुपया वसूला जा रहा हैं। यानी आप कह सकते हैं कि मासूम जनता के पॉकेट में खुलेआम डाका डालना
ये बात तो रही आज के जीते हुए प्रतिनिधि की, लेकिन जो पहले जीते हुए थे और अब हारे हुए हैं। उसका भी सेम रूल ऑफ लॉ था। पहले जानता को पैसे दो, फिर उसका वोट रिजब करो और सत्ता में आते ही, जानता से तरह तरह की योजना का झांसा देकर पैसा वसूलो।
जानता का क्या भूमिका है..पंचायत को तोड़ने में।
देखा जाए तो इसका जिम्मेदार कहीं न कही जानता ही हैं। वोटिंग के समय कुछ लोग खुद मांगकर प्रत्यासी से पैसे लेते है। जिस कारण प्रत्यासी को भी किसी बात का डर नहीं रहता और प्रत्यासी खुले सभा में लोगो को पैसा बटाते फिरते हैं। जिस दिन पैसा से नही प्रत्यासी की ईमान देखकर वोट दिया जायेगा उसी दिन से आने वाले 5 साल पंचायत के लिए खुशहाल और अनोखा पल रहेगा।
इन्द्रा आवास घर के नाम पर जनता से 2000-2000 रुपया उगाही करना बंद करो।
बेलवा पंचायत
Posted by बेलवा पंचायत on Saturday, 19 February 2022
जिस पंचायत में वार्ड सचिव का चुनाव चोरी चुपके हो गया समझ जाओ उस पंचायत के मुखिया भ्रष्ट है।
दमदार विपक्ष बनें आंखों से आंख मिलाकर सवाल पूछो!
वो अपना मनमर्जी चलाये बाप दादा का जागीर नही है।
Posted by बेलवा पंचायत on Thursday, 17 February 2022